Difference between revisions of "उपेक्षा -सुभद्रा कुमारी चौहान"
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('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |चित्र=Subhadra-Kumari-Ch...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
कात्या सिंह (talk | contribs) |
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रहती हूँ सदा छिपाए॥ | रहती हूँ सदा छिपाए॥ | ||
− | मेरी साँसों की लू से | + | मेरी साँसों की लू से, |
कुछ आँच न उनमें आए। | कुछ आँच न उनमें आए। | ||
− | मेरे अंतर की ज्वाला | + | मेरे अंतर की ज्वाला, |
उनको न कभी झुलसाए॥ | उनको न कभी झुलसाए॥ | ||
कितने प्रयत्न से उनको, | कितने प्रयत्न से उनको, | ||
− | मैं हृदय-नीड़ में अपने | + | मैं हृदय-नीड़ में अपने, |
बढ़ते लख खुश होती थी, | बढ़ते लख खुश होती थी, | ||
देखा करती थी सपने॥ | देखा करती थी सपने॥ | ||
− | इस भांति उपेक्षा मेरी | + | इस भांति उपेक्षा मेरी, |
− | करके मेरी अवहेला | + | करके मेरी अवहेला, |
तुमने आशा की कलियाँ | तुमने आशा की कलियाँ | ||
मसलीं खिलने की बेला॥ | मसलीं खिलने की बेला॥ |
Latest revision as of 14:19, 19 December 2011
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is tarah upeksha meri, |