अब हम गुम हुए -बुल्ले शाह: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |चित्र=Bulleh-Shah.jpg...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
(One intermediate revision by the same user not shown)
Line 6: Line 6:
|चित्र का नाम=बुल्ले शाह
|चित्र का नाम=बुल्ले शाह
|कवि =[[बुल्ले शाह]]
|कवि =[[बुल्ले शाह]]
|जन्म=1680
|जन्म=1680 ई.
|जन्म स्थान=गिलानियाँ उच्च, वर्तमान पाकिस्तान
|जन्म स्थान=गिलानियाँ उच्च, वर्तमान पाकिस्तान
|मृत्यु=1758
|मृत्यु=1758 ई.
|मृत्यु स्थान=
|मृत्यु स्थान=
|मुख्य रचनाएँ= बुल्ले नूँ समझावन आँईयाँ, अब हम गुम हुए, किते चोर बने किते काज़ी हो
|मुख्य रचनाएँ= बुल्ले नूँ समझावन आँईयाँ, अब हम गुम हुए, किते चोर बने किते काज़ी हो
Line 45: Line 45:
'''हिन्दी अनुवाद'''
'''हिन्दी अनुवाद'''


अब हम ग़ुम हुए प्रेम नगर के शहर अपने आप को जाँच रहा हूँ। ना सर हाथ ना पैर हम धुत्कारे पहले घर के कौन करे निरवैर! खोई ख़ुदी मनसब पहचाना जब देखी है ख़ैर। दोनों जहाँ में है बुल्ला शाह कोई नहीं है ग़ैर। अब हम ग़ुम हुए प्रेम नगर के शहर
<poem>अब हम ग़ुम हुए प्रेम नगर के शहर
 
अपने आप को जाँच रहा हूँ
ना सर हाथ ना पैर
हम धुत्कारे पहले घर के
कौन करे निरवैर!
खोई ख़ुदी मनसब पहचाना
जब देखी है ख़ैर
दोनों जहाँ में है बुल्ला शाह
कोई नहीं है ग़ैर
अब हम ग़ुम हुए प्रेम नगर के शहर</poem>




{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक2|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
==संबंधित लेख==
{{भारत के कवि}}
{{भारत के कवि}}
[[Category:बुल्ले शाह]][[Category:कविता]][[Category:कवि]][[Category:समकालीन साहित्य]][[Category:साहित्य कोश]]
[[Category:बुल्ले शाह]][[Category:कविता]][[Category:कवि]][[Category:समकालीन साहित्य]][[Category:साहित्य कोश]]

Latest revision as of 12:49, 18 February 2017

अब हम गुम हुए -बुल्ले शाह
कवि बुल्ले शाह
जन्म 1680 ई.
जन्म स्थान गिलानियाँ उच्च, वर्तमान पाकिस्तान
मृत्यु 1758 ई.
मुख्य रचनाएँ बुल्ले नूँ समझावन आँईयाँ, अब हम गुम हुए, किते चोर बने किते काज़ी हो
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
बुल्ले शाह की रचनाएँ

अब हम गुम हुए प्रेम नगर के शहर
अपने आप नूं सोध गिआ हाँ
ना सर हाथ ना पैर
लथ्थे पगड़े पहले घर थीं
कौन करे निरवैर!
खुदी खोई अपना पद चीता
तब होई गल्ल खैर
बुल्ला शाह है दोहीं जहानीं
कोई ना दिसदा गैर
अब हम गुम हुए प्रेम नगर के शहर


हिन्दी अनुवाद

अब हम ग़ुम हुए प्रेम नगर के शहर
अपने आप को जाँच रहा हूँ
ना सर हाथ ना पैर
हम धुत्कारे पहले घर के
कौन करे निरवैर!
खोई ख़ुदी मनसब पहचाना
जब देखी है ख़ैर
दोनों जहाँ में है बुल्ला शाह
कोई नहीं है ग़ैर
अब हम ग़ुम हुए प्रेम नगर के शहर


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख