अब हम गुम हुए -बुल्ले शाह: Difference between revisions
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|चित्र का नाम=बुल्ले शाह | |चित्र का नाम=बुल्ले शाह | ||
|कवि =[[बुल्ले शाह]] | |कवि =[[बुल्ले शाह]] | ||
|जन्म=1680 | |जन्म=1680 ई. | ||
|जन्म स्थान=गिलानियाँ उच्च, वर्तमान पाकिस्तान | |जन्म स्थान=गिलानियाँ उच्च, वर्तमान पाकिस्तान | ||
|मृत्यु=1758 | |मृत्यु=1758 ई. | ||
|मृत्यु स्थान= | |मृत्यु स्थान= | ||
|मुख्य रचनाएँ= बुल्ले नूँ समझावन आँईयाँ, अब हम गुम हुए, किते चोर बने किते काज़ी हो | |मुख्य रचनाएँ= बुल्ले नूँ समझावन आँईयाँ, अब हम गुम हुए, किते चोर बने किते काज़ी हो | ||
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'''हिन्दी अनुवाद''' | '''हिन्दी अनुवाद''' | ||
अब हम ग़ुम हुए प्रेम नगर के शहर अपने आप को जाँच रहा | <poem>अब हम ग़ुम हुए प्रेम नगर के शहर | ||
अपने आप को जाँच रहा हूँ | |||
ना सर हाथ ना पैर | |||
हम धुत्कारे पहले घर के | |||
कौन करे निरवैर! | |||
खोई ख़ुदी मनसब पहचाना | |||
जब देखी है ख़ैर | |||
दोनों जहाँ में है बुल्ला शाह | |||
कोई नहीं है ग़ैर | |||
अब हम ग़ुम हुए प्रेम नगर के शहर</poem> | |||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक2|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | |||
<references/> | |||
==संबंधित लेख== | |||
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अब हम गुम हुए प्रेम नगर के शहर |
हिन्दी अनुवाद
अब हम ग़ुम हुए प्रेम नगर के शहर
अपने आप को जाँच रहा हूँ
ना सर हाथ ना पैर
हम धुत्कारे पहले घर के
कौन करे निरवैर!
खोई ख़ुदी मनसब पहचाना
जब देखी है ख़ैर
दोनों जहाँ में है बुल्ला शाह
कोई नहीं है ग़ैर
अब हम ग़ुम हुए प्रेम नगर के शहर
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख