प्राप्ति -सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला: Difference between revisions
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पा नहीं सका, | पा नहीं सका, | ||
हवा बन बहीं तुम, जब | हवा बन बहीं तुम, जब | ||
मैं थका, | मैं थका, रुका। | ||
मुझे भर लिया तुमने गोद में, | मुझे भर लिया तुमने गोद में, | ||
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शक्त शिराएँ हुईं रक्त-वाह ले, | शक्त शिराएँ हुईं रक्त-वाह ले, | ||
मिलीं - तुम मिलीं, अन्तर कह उठा | मिलीं - तुम मिलीं, अन्तर कह उठा | ||
जब थका, | जब थका, रुका। | ||
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Revision as of 14:10, 24 August 2011
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तुम्हें खोजता था मैं, |
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