भारती वन्दना -सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला: Difference between revisions
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भारती, जय, विजय करे | |||
कनक - शस्य - कमल धरे! | कनक - शस्य - कमल धरे! | ||
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तरु-तण वन - लता - वसन | तरु-तण वन - लता - वसन | ||
अंचल में | अंचल में संचित सुमन, | ||
गंगा ज्योतिर्जल - कण | गंगा ज्योतिर्जल - कण | ||
धवल - धार हार लगे! | धवल - धार हार लगे! |
Revision as of 10:01, 25 August 2011
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भारती, जय, विजय करे |
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