अंखियां तो झाईं परी -कबीर: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
 
Line 50: Line 50:
</poem>
</poem>
{{Poemclose}}
{{Poemclose}}
 
{| width="100%"
|-
|
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{भारत के कवि}}
{{भारत के कवि}}
Line 60: Line 62:
[[Category:भक्ति काल]]
[[Category:भक्ति काल]]
[[Category:साहित्य कोश]]
[[Category:साहित्य कोश]]
|}
__INDEX__
__INDEX__
__NOEDITSECTION__
__NOEDITSECTION__

Latest revision as of 05:04, 14 November 2011

अंखियां तो झाईं परी -कबीर
कवि कबीर
जन्म 1398 (लगभग)
जन्म स्थान लहरतारा ताल, काशी
मृत्यु 1518 (लगभग)
मृत्यु स्थान मगहर, उत्तर प्रदेश
मुख्य रचनाएँ साखी, सबद और रमैनी
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
कबीर की रचनाएँ

अंखियां तो झाईं परी,
पंथ निहारि निहारि।

जीहड़ियां छाला परया,
नाम पुकारि पुकारि।

बिरह कमन्डल कर लिये,
बैरागी दो नैन।

मांगे दरस मधुकरी,
छकै रहै दिन रैन।

सब रंग तांति रबाब तन,
बिरह बजावै नित।

और न कोइ सुनि सकै,
कै सांई के चित।

संबंधित लेख