जीवन -आरसी प्रसाद सिंह: Difference between revisions

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चलता है, तो चल आँधी-सा ; बढता जा आगे तू!
चलता है, तो चल आँधी-सा; बढता जा आगे तू!
जलना है, तो जल फूसों-सा ; जीवन में करता धू-धू!
जलना है, तो जल फूसों-सा; जीवन में करता धू-धू!


क्षणभर ही आँधी रहती है ; आग फूस की भी क्षणभर!
क्षण भर ही आँधी रहती है; आग फूस की भी क्षण भर!
किन्तु उसी क्षण में हो जाता जीवन-मय भू से अम्बर!
किन्तु उसी क्षण में हो जाता जीवन-मय भू से अम्बर!



Latest revision as of 10:55, 8 July 2013

जीवन -आरसी प्रसाद सिंह
कवि आरसी प्रसाद सिंह
जन्म 19 अगस्त 1911
जन्म स्थान एरौत गाँव, बिहार
मृत्यु 15 नवंबर 1996
मुख्य रचनाएँ नन्ददास, रजनीगंधा
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
आरसी प्रसाद सिंह की रचनाएँ

चलता है, तो चल आँधी-सा; बढता जा आगे तू!
जलना है, तो जल फूसों-सा; जीवन में करता धू-धू!

क्षण भर ही आँधी रहती है; आग फूस की भी क्षण भर!
किन्तु उसी क्षण में हो जाता जीवन-मय भू से अम्बर!

मलयानिल-सा मंद-मंद मृदु चलना भी क्या चलना है?
ओदी लकड़ी-सा तिल-तिल कर जलना भी क्या जलना है?

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