लालधर त्रिपाठी 'प्रवासी': Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
|||
Line 4: | Line 4: | ||
*'प्रिय प्रवास', 'दर्शन', 'दिनकर का काव्य', 'कामायनी का विवेचन', 'हिन्दी काव्य का विकास' तथा 'काव्यांग परिचय' आदि लालधर त्रिपाठी की प्रमुख कृतियाँ है। | *'प्रिय प्रवास', 'दर्शन', 'दिनकर का काव्य', 'कामायनी का विवेचन', 'हिन्दी काव्य का विकास' तथा 'काव्यांग परिचय' आदि लालधर त्रिपाठी की प्रमुख कृतियाँ है। | ||
*लालधर त्रिपाठी प्रचार-प्रसार और पुरस्कार-सम्मान आदि से हमेशा दूर रहे। | *लालधर त्रिपाठी प्रचार-प्रसार और पुरस्कार-सम्मान आदि से हमेशा दूर रहे। | ||
*इनका ‘अनजनेय’ नामक [[महाकाव्य]] काफ़ी चर्चित रहा | *इनका ‘अनजनेय’ नामक [[महाकाव्य]] काफ़ी चर्चित रहा था।।<ref>{{cite web |url=http://www.kashikatha.com/%E0%A4%B5%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B5/%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B0/|title=काशी के साहित्यकार|accessmonthday=22 जनवरी |accessyear=2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref> | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} |
Revision as of 06:38, 22 January 2014
लालधर त्रिपाठी का जन्म वर्ष 1916 ई. में गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ था। ये विश्वविख्यात कवि रविन्द्रनाथ टैगोर के शिष्य थे।
- त्रिपाठी जी ने अपने गुरु रविन्द्रनाथ टैगोर की प्रसिद्ध रचना 'गीतांजली' का हिन्दी में अनुवाद किया था, जिसकी भूमिका महाप्राण निराला जी ने लिखी। 1951 में इसके दो संस्करण हुए।
- 'प्रिय प्रवास', 'दर्शन', 'दिनकर का काव्य', 'कामायनी का विवेचन', 'हिन्दी काव्य का विकास' तथा 'काव्यांग परिचय' आदि लालधर त्रिपाठी की प्रमुख कृतियाँ है।
- लालधर त्रिपाठी प्रचार-प्रसार और पुरस्कार-सम्मान आदि से हमेशा दूर रहे।
- इनका ‘अनजनेय’ नामक महाकाव्य काफ़ी चर्चित रहा था।।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ काशी के साहित्यकार (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 22 जनवरी, 2014।
संबंधित लेख