फलकक्ष: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
(''''फलकक्ष''' का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य मह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
Line 5: Line 5:




"[[गंधर्व|गन्धर्व]] और [[अप्सरा|अप्सराओं]] के समुदाय से भरी तथा दिव्‍य [[वाद्य यंत्र|वाद्य]], [[नृत्य]] एवं [[गीत|गीतों]] से निरन्तर गूँजती हुई कुबेर की वह सभा बड़ी मनोहर जान पड़ती है। [[किन्नर]] तथा नर नाम वाले गन्धर्व, मणिभद्र, धनद, [[श्वेतभद्र|श्वेतभद्र गुह्यक]], कशेरक, गण्डकण्डू, महाबली प्रद्योत, कुस्तुम्बुरु, पिशाच, गजकर्ण, विशालक, वराहकर्ण, ताम्रोष्ठ, फलकक्ष, फलोदक, हंसचूड़, शिखावर्त, हेमनेत्र, विभीषण, पुष्पानन, पिंगलक, शोणितोद, प्रवालक, वृक्षवासी, अनिकेत तथा [[चीरवासा]], ये तथा दूसरे बहुत-से यक्ष लाखों की संख्या में उपस्थित होकर उस सभा में कुबेर की सेवा करते थे।"
"[[गंधर्व|गन्धर्व]] और [[अप्सरा|अप्सराओं]] के समुदाय से भरी तथा दिव्‍य [[वाद्य यंत्र|वाद्य]], [[नृत्य]] एवं [[गीत|गीतों]] से निरन्तर गूँजती हुई कुबेर की वह सभा बड़ी मनोहर जान पड़ती है। [[किन्नर]] तथा नर नाम वाले [[गन्धर्व]], [[मणिभद्र]], [[धनद]], [[श्वेतभद्र|श्वेतभद्र गुह्यक]], कशेरक, गण्डकण्डू, महाबली प्रद्योत, [[कुस्तुम्बुरु]], पिशाच, गजकर्ण, [[विशालक]], [[वराहकर्ण]], [[ताम्रोष्ठ]], फलकक्ष, [[फलोदक]], हंसचूड़, शिखावर्त, हेमनेत्र, विभीषण, पुष्पानन, पिंगलक, शोणितोद, प्रवालक, वृक्षवासी, अनिकेत तथा [[चीरवासा]], ये तथा दूसरे बहुत-से यक्ष लाखों की संख्या में उपस्थित होकर उस सभा में कुबेर की सेवा करते थे।"





Latest revision as of 06:03, 12 April 2016

फलकक्ष का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है, जिसके अनुसार यह एक यक्ष का नाम था।[1]


"गन्धर्व और अप्सराओं के समुदाय से भरी तथा दिव्‍य वाद्य, नृत्य एवं गीतों से निरन्तर गूँजती हुई कुबेर की वह सभा बड़ी मनोहर जान पड़ती है। किन्नर तथा नर नाम वाले गन्धर्व, मणिभद्र, धनद, श्वेतभद्र गुह्यक, कशेरक, गण्डकण्डू, महाबली प्रद्योत, कुस्तुम्बुरु, पिशाच, गजकर्ण, विशालक, वराहकर्ण, ताम्रोष्ठ, फलकक्ष, फलोदक, हंसचूड़, शिखावर्त, हेमनेत्र, विभीषण, पुष्पानन, पिंगलक, शोणितोद, प्रवालक, वृक्षवासी, अनिकेत तथा चीरवासा, ये तथा दूसरे बहुत-से यक्ष लाखों की संख्या में उपस्थित होकर उस सभा में कुबेर की सेवा करते थे।"


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 76 |
  2. महाभारत सभा पर्व |अनुवादक: साहित्याचार्य पण्डित रामनारायणदत्त शास्त्री पाण्डेय 'राम' |प्रकाशक: गीताप्रेस, गोरखपुर |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 694 |

संबंधित लेख