ताज -सुमित्रानंदन पंत: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "वीणा, पल्लव, चिदंबरा, युगवाणी, लोकायतन, हार, आत्मकथात्मक संस्मरण- साठ वर्ष, युगपथ, स्वर्णकिरण) |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "श्रृंगार" to "शृंगार") |
||
Line 33: | Line 33: | ||
हाय! मृत्यु का ऐसा अमर, अपार्थिव पूजन? | हाय! मृत्यु का ऐसा अमर, अपार्थिव पूजन? | ||
जब निषण्ण, निर्जीव पड़ा हो जग का जीवन! | जब निषण्ण, निर्जीव पड़ा हो जग का जीवन! | ||
संग-सौध में हो | संग-सौध में हो शृंगार मरण का शोभन, | ||
नग्न, क्षुधातुर, वास-विहीन रहें जीवित जन? | नग्न, क्षुधातुर, वास-विहीन रहें जीवित जन? | ||
Revision as of 13:19, 25 June 2013
| ||||||||||||||||||||
|
हाय! मृत्यु का ऐसा अमर, अपार्थिव पूजन? |
संबंधित लेख