सखि! रघुनाथ-रूप निहारु -तुलसीदास

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 11:00, 3 November 2011 by फ़ौज़िया ख़ान (talk | contribs) ('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |चित्र=Tulsidas.jpg |च...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search
सखि! रघुनाथ-रूप निहारु -तुलसीदास
कवि तुलसीदास
जन्म 1532 सन
जन्म स्थान राजापुर, उत्तर प्रदेश
मृत्यु 1623 सन
मुख्य रचनाएँ रामचरितमानस, दोहावली, कवितावली, गीतावली, विनय पत्रिका, आदि
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
तुलसीदास की रचनाएँ

सखि! रघुनाथ-रूप निहारु।
सरद-बिधु रबि-सुवन मनसिज-मानभंजनिहारु॥
स्याम सुभग सरीर जनु मन-काम पूरनिहारु।
चारु चंदन मनहुँ मरकत सिखर लसत निहारु॥
रुचिर उर उपबीत राजत, पदिक गजमनिहारु।
मनहुँ सुरधनु नखत गन बिच तिमिर-भंजनिहारु॥
बिमल पीत दुकूल दामिनि-दुति, बिनिंदनिहारु।
बदन सुखमा सदन सोभित मदन-मोहनिहारु॥
सकल अंग अनूप नहिं कोउ सुकबि बरननिहारु।
दास तुलसी निरखतहि सुख लहत निरखनिहारु॥

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः