केसरी वानर राज: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
Line 1: Line 1:
केसरी वानर राज और [[अंजनी]] देवी के पुत्र [[हनुमान]] थे। अंजना वास्तव में पुन्जिकस्थला नाम की एक स्वर्ग [[अप्सरा]] थी, जो एक [[शाप]] के कारण नारी वानर के रूप में धरती पर जन्मी। उस शाप का प्रभाव भगवान [[शिव]] के अंश को जन्म देने के बाद ही समाप्त होना का योग था। अंजना केसरी की पत्नी थीं। केसरी एक शक्तिशाली वानर थे जिन्होंने एक बार एक भयंकर हाथी को मारा था। उस हाथी ने कई बार असहाय साधु-संतों को विभिन्न प्रकार से कष्ट पँहुचाया था। तभी से उनका नाम केसरी पड़ गया, "केसरी" का अर्थ होता है सिंह। उन्हें "कुंजर सुदान" (हाथी को मारने वाला) के नाम से भी जाना जाता है।
केसरी वानर राज और [[अंजना]] (अंजनी) देवी के पुत्र [[हनुमान]] थे। अंजना वास्तव में पुन्जिकस्थला नाम की एक स्वर्ग [[अप्सरा]] थी, जो एक [[शाप]] के कारण नारी वानर के रूप में धरती पर जन्मी। उस शाप का प्रभाव भगवान [[शिव]] के अंश को जन्म देने के बाद ही समाप्त होना का योग था। अंजना केसरी की पत्नी थीं। केसरी एक शक्तिशाली वानर थे जिन्होंने एक बार एक भयंकर हाथी को मारा था। उस हाथी ने कई बार असहाय साधु-संतों को विभिन्न प्रकार से कष्ट पँहुचाया था। तभी से उनका नाम केसरी पड़ गया, "केसरी" का अर्थ होता है सिंह। उन्हें "कुंजर सुदान" (हाथी को मारने वाला) के नाम से भी जाना जाता है।
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{रामायण}}{{पौराणिक चरित्र}}  
{{रामायण}}{{पौराणिक चरित्र}}  

Revision as of 12:34, 8 June 2011

केसरी वानर राज और अंजना (अंजनी) देवी के पुत्र हनुमान थे। अंजना वास्तव में पुन्जिकस्थला नाम की एक स्वर्ग अप्सरा थी, जो एक शाप के कारण नारी वानर के रूप में धरती पर जन्मी। उस शाप का प्रभाव भगवान शिव के अंश को जन्म देने के बाद ही समाप्त होना का योग था। अंजना केसरी की पत्नी थीं। केसरी एक शक्तिशाली वानर थे जिन्होंने एक बार एक भयंकर हाथी को मारा था। उस हाथी ने कई बार असहाय साधु-संतों को विभिन्न प्रकार से कष्ट पँहुचाया था। तभी से उनका नाम केसरी पड़ गया, "केसरी" का अर्थ होता है सिंह। उन्हें "कुंजर सुदान" (हाथी को मारने वाला) के नाम से भी जाना जाता है।

संबंधित लेख