कर्पूर मञ्जरी: Difference between revisions
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- कर्पूर मञ्जरी में चार अंक हैं तथा यह केवल प्राकृत भाषा में रचित होने के कारण 'राट्टक' कहा जाता है।
- यह राजशेखर की सर्वोत्कृष्ट रचना है।
- कहा जाता है कि इसकी रचना राजशेखर ने अपनी पत्नी 'अवंतिसुन्दरी' के आग्रह पर की थी।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
तिरछा पाठ