दीर्घबाहु
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दीर्घबाहु का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। यह हस्तिनापुर के राजा धृतराष्ट्र के सौ कौरव पुत्रों में से एक था। प्रतिज्ञानुसार भीमसेन ने इसका वध किया था।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 225 |
- ↑ महाभारत भीष्म पर्व 67.105; 96.26
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