सुबाहु: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
 
(One intermediate revision by the same user not shown)
Line 1: Line 1:
{{बहुविकल्पी शब्द}}
{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=सुबाहु|लेख का नाम=सुबाहु (बहुविकल्पी)}}
#[[सुबाहु (शत्रुघ्न पुत्र)]]- राम के भाई शत्रुध्न के पुत्र।
 
#[[सुबाहु (ताड़का पुत्र)]]- लंका के राजा रावण का मामा, सुण्ड एवं ताड़का का पुत्र।
'''सुबाहु''' [[हस्तिनापुर]] के [[धृतराष्ट्र|राजा धृतराष्ट्र]] का [[पुत्र]] था। वह सौ [[कौरव|कौरवों]] में से एक था।
#[[सुबाहु (चेदिराज)]]- चेदि महाजनपद का एक राजा
 
{{menu}}
जब [[महाभारत]] के युद्ध में [[पांडु]] पुत्र [[युधिष्ठिर]] के हित के लिये प्रयत्‍न करने वाले भरतवंशी महारथी [[युयुत्सु]] को सुबाहु ने प्रयत्‍नपूर्वक [[द्रोणाचार्य]] की ओर आने से रोक दिया, तब युयुत्‍सु ने प्रहार करते हुए सुबाहु की परिघ के समान मोटी एवं धनुष बाणों से युक्‍त दोनों भुजाओं को अपने तीखे और पानीदार दो छूरों द्वारा काट गिराया।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=महाभारत द्रोण पर्व|लेखक=|अनुवादक=साहित्याचार्य पण्डित रामनारायणदत्त शास्त्री पाण्डेय 'राम'|आलोचक= |प्रकाशक=गीताप्रेस, गोरखपुर|संकलन=भारत डिस्कवरी पुस्तकालय|संपादन=|पृष्ठ संख्या=3175|url=}}</ref>
 
 
{{seealso|महाभारत|धृतराष्ट्र|कौरव|पांडव}}
 
 
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध=}}
==टीका टिप्पणी==
<references/>
==संबंधित लेख==
{{महाभारत}}{{पौराणिक चरित्र}}
[[Category:महाभारत]][[Category:पौराणिक चरित्र]][[Category:पौराणिक कोश]][[Category:महाभारत शब्दकोश]][[Category:प्रसिद्ध चरित्र और मिथक कोश]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__

Latest revision as of 08:02, 28 July 2016

चित्र:Disamb2.jpg सुबाहु एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- सुबाहु (बहुविकल्पी)

सुबाहु हस्तिनापुर के राजा धृतराष्ट्र का पुत्र था। वह सौ कौरवों में से एक था।

जब महाभारत के युद्ध में पांडु पुत्र युधिष्ठिर के हित के लिये प्रयत्‍न करने वाले भरतवंशी महारथी युयुत्सु को सुबाहु ने प्रयत्‍नपूर्वक द्रोणाचार्य की ओर आने से रोक दिया, तब युयुत्‍सु ने प्रहार करते हुए सुबाहु की परिघ के समान मोटी एवं धनुष बाणों से युक्‍त दोनों भुजाओं को अपने तीखे और पानीदार दो छूरों द्वारा काट गिराया।[1]


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी

  1. महाभारत द्रोण पर्व |अनुवादक: साहित्याचार्य पण्डित रामनारायणदत्त शास्त्री पाण्डेय 'राम' |प्रकाशक: गीताप्रेस, गोरखपुर |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 3175 |

संबंधित लेख