प्रांगण:मुखपृष्ठ/इतिहास: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
No edit summary
No edit summary
Line 47: Line 47:
*जैसलमेर शहर ऊन, चमड़ा, नमक, मुलतानी मिट्टी, ऊँट और भेड़ का व्यापार करने वाले कारवां का प्रमुख केंद्र है।  
*जैसलमेर शहर ऊन, चमड़ा, नमक, मुलतानी मिट्टी, ऊँट और भेड़ का व्यापार करने वाले कारवां का प्रमुख केंद्र है।  
*जैसलमेर राज्य का संपूर्ण भाग '''रेतीला व पथरीला''' होने के कारण यहाँ का तापमान मई-जून में अधिकतम 48<sup>०</sup> सेंटीग्रेड तथा दिसम्बर-जनवरी में न्यूनतम 4<sup>०</sup> सेंटीग्रेड रहता है '''[[जैसलमेर|.... और पढ़ें]]'''
*जैसलमेर राज्य का संपूर्ण भाग '''रेतीला व पथरीला''' होने के कारण यहाँ का तापमान मई-जून में अधिकतम 48<sup>०</sup> सेंटीग्रेड तथा दिसम्बर-जनवरी में न्यूनतम 4<sup>०</sup> सेंटीग्रेड रहता है '''[[जैसलमेर|.... और पढ़ें]]'''
|-
| style="border:1px solid #B0B0FF; padding:10px; background:#f3f2ef" valign="top" |
{| width="100%" align="left" cellpadding="0" cellspacing="0" style="background:transparent;"
|-
| colspan="3" | <div style="padding-left:5px; background:#e4e1dc">'''चयनित चित्र'''</div>
----
|-
| style="background:#e4e1dc; width:5%;" |
| style="width:90%;" valign="top" |
[[चित्र:Market-Scale-&-Weights-mohenjo-daro.jpg|300px|बाज़ार पैमाना और वज़न मोहनजोदाड़ो|center]]
| style="background:#e4e1dc; width:5%" |
|-
| colspan="3"|
----
<div style="text-align:center;">बाज़ार पैमाना और वज़न [[मोहनजोदाड़ो]]</div>
|}
|}
|}


Line 77: Line 93:
<div class="headbg5" style="padding-left:8px;"><span style="color:#34341B;">'''पर्यटन श्रेणी वृक्ष'''</span></div>
<div class="headbg5" style="padding-left:8px;"><span style="color:#34341B;">'''पर्यटन श्रेणी वृक्ष'''</span></div>
{{#Categorytree:इतिहास}}
{{#Categorytree:इतिहास}}
|-
| style="border:1px solid #f6bbdb; padding:10px; background:#ffe7f4;" valign="top" class="tourbg" colspan="2" |
{| width="100%" align="left" cellpadding="0" cellspacing="0" style="background:transparent;"
|-
| colspan="3" | <div class="headtour" style="padding-left:5px;">'''चयनित चित्र'''</div>
----
|-
| style="background:#fbd0e7; width:5%;" |
| style="width:90%;" valign="top" |
[[चित्र:Dancing-girl-mohenjo-daro.jpg|300px|नृत्यांगना मोहनजोदाड़ो 2500 ई.पू.|center]]
| style="background:#fbd0e7; width:5%" |
|-
| colspan="3"|
----
<div style="text-align:center;">नृत्यांगना मोहनजोदाड़ो 2500 ई.पू.</div>
|}
|}
|}
|-
|-

Revision as of 05:03, 4 December 2010

Template:प्रांगण

♦ यहाँ आप भारत के इतिहास से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
♦ भारतीय इतिहास जानने के स्त्रोत को तीन भागों में विभाजित किया जा सकता हैं- साहित्यिक साक्ष्य, विदेशी यात्रियों का विवरण और पुरातत्व सम्बन्धी साक्ष्य

इतिहास मुखपृष्ठ

center|70px

♦ भारत में मानव का सबसे पहला प्रमाण केरल से मिला है जो सत्तर हज़ार साल पुराना होने की संभावना है। जिसका आधार अफ़्रीक़ा के प्राचीन मानव से जैविक गुणसूत्रों (जीन्स) का मिलना है। ♦ यह काल वह है जब अफ़्रीक़ा से आदि मानव ने विश्व के अनेक हिस्सों में बसना प्रारम्भ किया जो पचास से सत्तर हज़ार साल पहले का माना जाता है।

विशेष आलेख

  • भारत का इतिहास प्रागैतिहासिक काल से आरम्भ होता है। 3000 ई. पूर्व तथा 1500 ई. पूर्व के बीच सिंधु घाटी में एक उन्नत सभ्यता वर्तमान थी, जिसके अवशेष मोहन जोदड़ो (मुअन-जो-दाड़ो) और हड़प्पा में मिले हैं।
  • प्राचीन भारतीयों ने कोई तिथि क्रमानुसार इतिहास नहीं सुरक्षित रखा है। सबसे प्राचीन सुनिश्चित तिथि जो हमें ज्ञात है, 326 ई. पू. है, जब मक़दूनिया के राजा सिकन्दर ने भारत पर आक्रमण किया।
  • अठारहवीं शताब्दी के शुरू में अंग्रेजों की ईस्ट इंडिया कम्पनी ने बम्बई (मुम्बई), मद्रास (चेन्नई) तथा कलकत्ता (कोलकाता) पर क़ब्ज़ा कर लिया।
  • ईस्ट इंडिया कम्पनी के शासन काल में भारत का प्रशासन एक के बाद एक बाईस गवर्नर-जनरलों के हाथों में रहा। इस काल के भारतीय इतिहास की सबसे उल्लेखनीय घटना यह है कि कम्पनी युद्ध तथा कूटनीति के द्वारा भारत में अपने साम्राज्य का विस्तार करती रही।
  • इस काल के भारतीय इतिहास की सबसे प्रमुख घटना है- भारत में राष्ट्रवादी भावना का उदय और 1947 ई. में भारत की स्वाधीनता के रूप में अंतिम विजय।
  • स्वाधीन भारत को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ा, वे सरल नहीं थीं। उसे सबसे पहले साम्प्रदायिक उन्माद को शान्त करना था। भारत ने जानबूझकर धर्म निरपेक्ष राज्य बनना पसंद किया। .... और पढ़ें
चयनित लेख

  • अनुपम वस्तुशिल्प, मधुर लोक सगींत, विपुल सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत को अपने मे संजोये हुये जैसलमेर स्वर्ण नगरी के रुप मे विख्यात है।
  • जैसलमेर, पश्चिमोत्तर भारत के राजस्थान राज्य में स्थित है। इसकी पश्चिम-उत्तरी सीमा पाकिस्तान के साथ लगती है तथा उत्तर-पूर्व में बीकानेर, दक्षिण में बाड़मेर तथा पूर्व में इसकी सीमा जोधपुर से मिलती है।
  • पीले भूरे पत्थरों से निर्मित भवनों के लिए विख्यात जैसलमेर की स्थापना 1156 में राजपूतों के सरदार रावल जैसल ने की थी।
  • भारत में अंग्रेज़ी राज्य की स्थापना से लेकर समाप्ति तक भी इस राज्य ने अपने वंश गौरव व महत्व को यथावत रखा।
  • जैसलमेर, राजस्थान में पर्यटन का सबसे आकर्षक स्थल माना जाता है। जैसलमेर शहर के निकट एक पहाड़ी पर बने हुए दुर्ग में राजमहल, कई प्राचीन जैन मंदिर और ज्ञान भंडार नामक एक पुस्तकालय है, जिसमें प्राचीन संस्कृत तथा प्राकृत पांडुलिपियाँ रखी हुई हैं।
  • जैसलमेर के प्रमुख ऐतिहासिक स्मारकों में सर्वप्रमुख यहाँ का क़िला है। यह स्थापत्य का सुंदर नमूना है। इसमें बारह सौ घर हैं।
  • जैसलमेर शहर ऊन, चमड़ा, नमक, मुलतानी मिट्टी, ऊँट और भेड़ का व्यापार करने वाले कारवां का प्रमुख केंद्र है।
  • जैसलमेर राज्य का संपूर्ण भाग रेतीला व पथरीला होने के कारण यहाँ का तापमान मई-जून में अधिकतम 48 सेंटीग्रेड तथा दिसम्बर-जनवरी में न्यूनतम 4 सेंटीग्रेड रहता है .... और पढ़ें
चयनित चित्र

300px|बाज़ार पैमाना और वज़न मोहनजोदाड़ो|center


बाज़ार पैमाना और वज़न मोहनजोदाड़ो
कुछ चुने हुए लेख
पर्यटन श्रेणी वृक्ष

संबंधित लेख