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* यहाँ हम [[भारत]] के विज्ञान संबंधी विषयों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। विज्ञान से आशय ऐसे ज्ञान से है, जो यथार्थ हो, जिसका परीक्षण और प्रयोग किया जा सके तथा जिसके बारे में भविष्यवाणी सम्भव हो।
* यहाँ हम [[भारत]] के विज्ञान संबंधी विषयों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। विज्ञान से आशय ऐसे ज्ञान से है, जो यथार्थ हो, जिसका परीक्षण और प्रयोग किया जा सके तथा जिसके बारे में भविष्यवाणी सम्भव हो।
* विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की प्राचीनकाल की उपलब्धियों से लेकर इस शताब्दी में प्राप्त महान सफलताओं की एक लंबी और अनूठी परंपरा रही है।
* विज्ञान के सिद्धान्त और नियम सार्वदेशिक और सार्वकालिक होते हैं और इनका विशद विवेचन सम्भव है।
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* विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की प्राचीनकाल की उपलब्धियों से लेकर इस शताब्दी में प्राप्त महान सफलताओं की एक लंबी और अनूठी परंपरा रही है।
* विज्ञान के सिद्धान्त और नियम सार्वदेशिक और सार्वकालिक होते हैं और इनका विशद विवेचन सम्भव है।
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* ऑक्सीजन [[पृथ्वी ग्रह|पृथ्वी]] के अनेक [[पदार्थ|पदार्थों]] में रहता है और वास्तव में अन्य तत्त्वों की तुलना में इसकी मात्रा सबसे अधिक है।  
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*कई प्रकार के ऑक्साइडों (जैसे [[पारा]], [[चाँदी]]) अथवा डाइऑक्साइडों ([[लेड]], [[मैंगनीज]], बेरियम) तथा ऑक्सीजन वाले बहुत से [[लवण (रसायन विज्ञान)|लवणों]] (जैसे पोटैशियम नाइट्रेट, क्लोरेट, परमैंगनेट तथा डाइक्रोमेट) को गरम करने से ऑक्सीजन प्राप्त हो सकता है। '''[[ऑक्सीजन|.... और पढ़ें]]'''
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==संबंधित लेख==
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Revision as of 13:51, 17 November 2016

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  • यहाँ हम भारत के विज्ञान संबंधी विषयों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। विज्ञान से आशय ऐसे ज्ञान से है, जो यथार्थ हो, जिसका परीक्षण और प्रयोग किया जा सके तथा जिसके बारे में भविष्यवाणी सम्भव हो।
  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की प्राचीनकाल की उपलब्धियों से लेकर इस शताब्दी में प्राप्त महान सफलताओं की एक लंबी और अनूठी परंपरा रही है।
  • विज्ञान के सिद्धान्त और नियम सार्वदेशिक और सार्वकालिक होते हैं और इनका विशद विवेचन सम्भव है।
  • भारतकोश पर लेखों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती रहती है जो आप देख रहे वह "प्रारम्भ मात्र" ही है...
  1. REDIRECTसाँचा:विशेष2
विशेष आलेख
  • रंगो का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है। रंग, मानवी आँखों के वर्णक्रम से मिलने पर छाया सम्बंधी गतिविधियों से उत्पन्न होते हैं।
  • मूल रूप से इंद्रधनुष के सात रंगों को ही रंगों का जनक माना जाता है, ये सात रंग लाल, नारंगी, पीला, हरा, आसमानी, नीला तथा बैंगनी हैं।
  • रंगो की उत्पत्ति का सबसे प्राकृतिक स्रोत सूर्य का प्रकाश है। प्रिज़्म की सहायता से देखने पर पता चलता है कि सूर्य सात रंग ग्रहण करता है जिसे सूक्ष्म रूप अंग्रेज़ी भाषा में VIBGYOR और हिन्दी में बैं जा नी ह पी ना ला कहा जाता है।
  • रंग हजारों वर्षों से हमारे जीवन में अपनी जगह बनाए हुए हैं। जहाँ आजकल कृत्रिम रंगों का उपयोग जोरों पर है वहीं प्रारंभ में लोग प्राकृतिक रंगों को ही उपयोग में लाते थे।
  • उल्लेखनीय है कि मोहन जोदड़ो और हड़प्पा की खुदाई में सिंधु घाटी सभ्यता की जो चीज़ें मिलीं उनमें ऐसे बर्तन और मूर्तियां भी थीं, जिन पर रंगाई की गई थी। .... और पढ़ें
चयनित लेख

right|100px|तरल ऑक्सीजन|link=ऑक्सीजन

  • ऑक्सीजन आवर्त सारणी का आठवाँ तत्त्व है। ऑक्सीजन रंगहीन, स्वादहीन तथा गंधरहित गैस है।
  • ऑक्सीजन का प्रतीक चिह्न O तथा इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1s2, 2s2, 2p4 होता है। ऑक्सीजन को आवर्त सारणी के उपवर्ग 6 A में रखा गया है।
  • ऑक्सीजन गैस की खोज सर्वप्रथम स्वीडन के शीले नामक वैज्ञानिक ने 1772 में की थी।
  • ऑक्सीजन पृथ्वी के अनेक पदार्थों में रहता है और वास्तव में अन्य तत्त्वों की तुलना में इसकी मात्रा सबसे अधिक है।
  • कई प्रकार के ऑक्साइडों (जैसे पारा, चाँदी) अथवा डाइऑक्साइडों (लेड, मैंगनीज, बेरियम) तथा ऑक्सीजन वाले बहुत से लवणों (जैसे पोटैशियम नाइट्रेट, क्लोरेट, परमैंगनेट तथा डाइक्रोमेट) को गरम करने से ऑक्सीजन प्राप्त हो सकता है। .... और पढ़ें
कुछ चुने हुए लेख
विज्ञान श्रेणी वृक्ष
चयनित चित्र

220px|एस्केलेटर|center


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