बज्ररत्न दास अग्रवाल
बज्ररत्न दास अग्रवाल (जन्म- 1890, काशी, उत्तर प्रदेश; मृत्यु- 1906) हिन्दी के साहित्यकारों में से एक थे। इनकी सबसे पहली रचना 'चित्तौड़ की अंतिम साका' 'नागरी पत्रिका' में प्रकाशित हुई थी। 'भारतेन्दु ग्रन्थावली', 'भारतेन्दु नाटकावली', 'रानी केतकी कहानी' था 'खुसरो की कविता' आदि का सम्पादन इन्होंने किया था।[1]
- सन 1890 ई. में बज्ररत्न दास अग्रवाल जी का जन्म काशी (वर्तमान बनारस) में हुआ था।
- इनकी पहली रचना 'चित्तौड़ की अन्तिम साका' 'नागरी पत्रिका' में प्रकाशित हुई थी। वर्ष 1940 तक ये इसी सभा के मंत्री रहे थे।
- बज्ररत्न दास अग्रवाल ने 'खड़ी बोली हिन्दी साहित्य का इतिहास', 'हिन्दी नाटक साहित्य', 'हिन्दी उपन्यास साहित्य' जैसे अन्वेषण परक ग्रन्थ लिखे।
- 'भारतेन्दु मण्डल' नामक पुस्तक में इन्होंने भारतेन्दु के सहयोगी मण्डल की पूर्ण जानकारी उपलब्ध करायी।
- 'मुआ-शिरूल-उमरा दो भाग' इनकी एक अन्य प्रमुख कृति रही एवं 'भारतेन्दु ग्रन्थावली', 'भारतेन्दु नाटकावली', 'रानी केतकी कहानी', 'खुसरो की कविता', 'भ्रमर गीत', 'भाषा भूषण', 'प्रेमसागर', 'तुलसी ग्रन्थावली', 'रहिमन विलास' आदि ग्रन्थों का भी बज्ररत्न दास अग्रवाल ने सम्पादन किया।
- बज्ररत्न दास अग्रवाल जी का निधन सन 1906 में हुआ।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ काशी के साहित्यकार (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 11 जनवरी, 2014।
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