श्रीपाद कृष्ण बेलवेलकर

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श्रीपाद कृष्ण बेलवेलकर (जन्म- 1880) प्रसिद्ध विद्वान थे। जब महाभारत के प्रामाणिक संस्करण तैयार करने के लिए 'भांडारकर प्राच्यविद्या अनुसंधान केंद्र' की स्थापना हुई, तब श्रीपाद कृष्ण बेलवेलकर को इसका प्रधान सम्पादक बनाया गया। महाभारत के संपादन कार्य की पूर्णाहुति के अवसर पर राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने बेलवेलकर का सम्मान किया था।

परिचय

प्रसिद्ध विद्वान श्रीपाद कृष्ण बेलवेलकर का जन्म 1880 ई. में हुआ था। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा कोल्हापुर और पूना के डेंकन कॉलेज में हुई। 1907 से 1912 ई. तक उन्होंने डेंकन कॉलेज में ही हस्तलिखित पांडुलिपियों के क्यूरेटर के रूप में काम किया। उसके बाद वे अमेरिका गए और हार्वर्ड विश्वविद्यालय से पी-एच. डी. की डिग्री प्राप्त की। भारत लौटने पर आप पूना के डेंकन कॉलेज में संस्कृत के प्राध्यापक के रूप में काम करने लगे। कुछ वर्ष आपने अहमदाबाद के गुजरात कॉलेज में अध्यापन किया। बेलवेलकर ने महाभारत के प्रामाणिक संस्करण तैयार करने के लिये भांडारकर प्राच्यविद्या अनुसंधान केंद्र की स्थापना में प्रमुख भूमिका निभाई।[1]

सम्पादन कार्य

महाभारत के प्रामाणिक संस्करण तैयार करने के लिये भांडारकर प्राच्यविद्या अनुसंधान केंद्र की स्थापना की गयी। इस संस्थान की स्थापना में श्रीपाद कृष्ण बेलवेलकर का बड़ा योगदान था। 6 वर्षों तक वे इसके अवैतनिक सचिव रहे एवं इसके प्रधान संपादक बेलवेलकर ही थे। 1943 से 1961 तक वे इस कार्य में संलग्न रहे। भीष्म पर्व, शांतिपर्व, आश्रमवासिक, मौसल, महाप्रास्थानिक पर्व महाभारत और स्वर्गारोहण पर्वों का सम्पादन आपने ही किया। अन्य खंडों के संपादन में भी मार्गदर्शन आपका ही रहा। महाभारत के संपादन का कार्य सम्पन्न हो जाने पर 22 सितंबर, 1966 ई. को राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने बेलवेलकर को सम्मानित किया था।

रचनाएं

प्रसिद्ध विद्वान श्रीपाद कृष्ण बेलवेलकर ने अनेक ग्रंथों की रचना की है। इनमें से निम्नलिखित इस प्रकार हैं:

  1. 'सिक्टम्स आफ संस्कृत ग्रामर'
  2. भवभूति की उत्तर रामचरित का संपादन और अनुवाद
  3. कालिदास का शाकुंतलम
  4. भगवत गीता
  5. ब्रह्मसूत्र का भाष्य सटिप्पण संस्करण
  6. भारतीय दर्शन शास्त्र का इतिहास आदि विशेष उल्लेखनीय हैं।

इसके अतिरिक्त आपने प्राचीन वांमय और दार्शनिक विषयों पर अनेक गवेषणापूर्ण निबंध भी लिखें हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भारतीय चरित कोश |लेखक: लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय' |प्रकाशक: शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली |पृष्ठ संख्या: 874 |

बाहरी कड़ियाँ

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